आज कल जिस तरह से नवविवाहित दम्पत्तियों की हत्याओं की घटनाएं देखने और सुनने को मिल रही हैं वो बेहद चिंताजनक और बहुत ही शर्मनाक है। इस बात पर विचार करना आवश्यक हो गया है कि समाज किस दिशा में जा रहा है और हम अपने बच्चों को क्या संस्कार दे रहे हैं..?
अब तो सवाल उठने लगे हैं कि अगला कौन..?
1- मुस्कान रस्तोगी
2- निकिता सिंघानिया
3- सोनम रघुवंशी
4 – ??
11 मई 2025 को राजा रघुवंशी की शादी सोनम से हुई और 20 मई को दोनों हनीमून मनाने के लिए मेघालय के चेरापूंजी स्थित नोंगरीयात गांव रवाना हुए।
अपने परिवार से 23 मई को दोनों का अंतिम संपर्क हुआ था, जब सोनम ने अपनी मां से फोन पर बात की। इसके बाद दोनों का परिवार से कोई संपर्क नहीं हुआ। 2 जून को एनडीआरएफ (NDRF) की टीम ने वाई सॉडोंग जल प्रपात के पास एक गहरी खाई में राजा का शव बरामद किया। शव की पहचान उनके भाई विपिन रघुवंशी ने की, जिसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, खून से सने कपड़े और अन्य साक्ष्यों के आधार पर अपनी जांच शुरू की।
सोशल मीडिया पर सोनम की सुरक्षा को लेकर चर्चा होने लगी और पुलिस पर सोनम को ढूंढने के दबाव बढ़ने लगा। स्थानीय गाइड अल्बर्ट पडे ने 22 मई को राजा और सोनम को नोंगरीयात गांव में देखा था। अगले दिन, उसने उन्हें तीन अजनबियों के साथ देखा, जिससे पुलिस को शक हुआ।
इसी बीच सोमवार को सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में आत्मसमर्पण किया। पुलिस ने हत्या की साजिश रचने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया।
शादी जैसे पवित्र रिश्ते में विश्वास सबसे बड़ा स्तंभ होता है। जब इस रिश्ते में हत्या जैसी घटनाएं सामने आती हैं, तो सामाजिक विश्वास और मूल्यों पर आघात पहुंचता है।विवाह केवल दो व्यक्तियों का नहीं, दो परिवारों का भी बंधन होता है। जब ऐसा कोई अपराध होता है, तो दोनों परिवार मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक रूप से टूट जाते हैं।
ऐसी घटनाएं समाज में नवविवाहित दंपतियों को लेकर एक नकारात्मक दृष्टिकोण विकसित कर सकती हैं। विशेषकर महिलाओं को लेकर शंका और अविश्वास बढ़ सकता है, जो उचित नहीं है।