The Media Voice

डीजीपी हुए सख्त, दिए आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही के निर्देश

उत्तर प्रदेश शासन ने पुलिस विभाग में असलहों के रखरखाव में हो रही अनियमितता और कारतूसों की चोरी के साथ ही अनुशासनहीनता और परेड से अफसरों के नदारत रहने की सूचनाओं को गम्भीरता से लिया है। प्रमुख सचिव गृह ने कई बिन्दुओं पर डीजीपी उत्तर प्रदेश से इस बारे में बात की और अनुशासनहीनता दिखाने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही के लिए कहा।

जिसके बाद पुलिस महानिदेशक ने भी सख्ती के साथ सभी जनपदों के पुलिस कप्तान और पुलिस कमिश्नरों को निर्देश देते हुए लापरवाह एवं आरोपी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्यवाही करने के आदेश दिए।

ड्यूटी लगाने में न किया जाए पक्षपात: पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने सभी जनपदों के पुलिस मुखिया को निर्देश दिया है कि पुलिस बैरिकों में रहने वाले पुलिस कर्मियों के लिए सभी सुविधाएं होनी चाहिए। पुलिस लाइंस का डयूटी रजिस्टर भी समय समय पर चेक किया जाए साथ ही यह भी देखा जाए कि डयूटी लगाते समय किसी भी पुलिसकर्मी के साथ किसी प्रकार का पक्षपातपूर्ण रवैया न रखा जाए।

बेहतर विभागीय समन्वय स्थापित हो: डीजीपी ने पत्र जारी करते हुए मातहतों को निर्देश जारी किया है कि अनुशासनहीनता के मामले में सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने पत्र में लिखा है कि अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच एक बेहतर समन्वय न होने की वजह से अनुशासनहीनता की घटनाएं हो रही हैं, इसलिए जरूरी है कि वरिष्ठ अधिकारी अपने अधीनस्थों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करें।

पुलिसकर्मियों का हर माह हो सम्मेलन: पुलिस महानिदेशक ने कहा की प्रत्येक माह एक बार व रेंज स्तर पर हर तीन महीने में एक बार पुलिस कर्मचारियों का सम्मेलन अवश्य किया जाए। जिन पुलिसकर्मियों को किसी भी प्रकार की समस्या हो, उन्हें ऐसे सम्मेलन में जरूर सम्मलित चाहिए, ताकि उनकी समस्या समय से हल की जा सके।